WHAT DOES SHIV CHAISA MEAN?

What Does Shiv chaisa Mean?

What Does Shiv chaisa Mean?

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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।

ॠनियां shiv chalisa in hindi जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

Chanting of Shiva Chalisa is completed because of the devotees in order to please and get the blessings of their beloved deity – Lord Shiva.

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